गौला के खनन गेटों में अव्यवस्था, वाहनों की लग रही कतार
हल्द्वानी/देहरादून,पहाड़वासी। गौला के खनन गेटों में इन दिनों अव्यवस्था बनी हुई है। आलम यह है कि वाहनों की आरसी में वजन ले जाने की क्षमता 162 कुंतल है जबकि साफ्टवेयर में 185 कुंतल के हिसाब से उपखनिज की निकासी हो रही है। क्योंकि इतना भार उठाने वाले गौला में केवल पांच प्रतिशत वाहन ही पंजीकृत हैं। इधर रविवार को इंदिरानगर गेट में अव्यवस्था के कारण वाहनों की कतार लगी रही।
गौरतलब है कि पिछले दिनों गौला में ओवरलोडिंग के खिलाफ खनन कारोबारियों ने आंदोलन किया था। बाद में 108 कुंतल निकासी पर सहमति बनने के बाद खनन कारोबारी माने। इसके बाद काफी देरी से गौला में खनन प्रारंभ हो गया। 11 गेटों में करीब पांच हजार वाहन निकासी को पहुंच रहे हैं जबकि 2500 वाहन अभी शेष हैं। पिछले दिनों वन निगम के 162 कुंतल के बजाय 185 कुंतल भार का माल ले जाने की बाध्यता होने के बाद वाहन स्वामियों की मुसीबत हो गई है। इधर गौला खनन संघर्ष समिति के अध्यक्ष पम्मी सैफी ने कहा कि पिछले दिनों हाईकोर्ट में सुनवाई के बाद 108 कुंतल उपखनिज ले जाने की अनुमति दी गई थी लेकिन विभाग ने कोर्ट की अवमानना कर भार की क्षमता बढ़ा दी। साथ ही निकासी बंद वाला अपलोड नहीं किया गया है। इससे सरकार को भी नुकसान हो रहा है। उन्होंने स्पष्टड्ढ किया कि इस मामले में समिति से जुड़े कारोबारी पुनरू हाईकोर्ट की शरण में जाएंगे। वहीं उपखनिज निकासी 185 कुंतल किये जाने के बाद तमाम वाहन चालक कांटे के पास ही माल उतार रहे हैं। चूंकि वे पहले ही इससे अधिक माल उठा रहे हैं। इससे उपखनिज की भी बर्बादी हो रही है।