भरदार पट्टी के दरमोला गांव में पांडव नृत्य की धूम - Pahadvasi

भरदार पट्टी के दरमोला गांव में पांडव नृत्य की धूम

-नौगरी कौथिग के दौरान पांडव पश्वों को खिलाए गए पकवान
-भगवान नागराजा की प्राण प्रतिष्ठा से माहौल बना भक्तिमय

रुद्रप्रयाग। भरदार क्षेत्र के दरमोला गांव में चल रहे पांडव नृत्य की इन दिनों धूम मची हुई है। सोमवार को नौगरी के कौथिग (गांव घूमने की परम्परा) के दौरान ग्रामीणों ने पांडव पश्वों के लिए विभिन्न प्रकार के पकवान बनाए। इसके उपरांत पांडवों ने अस्त्र-शस्त्रों के साथ नृत्य शुरू किया। वहीं, भगवान नागराजा के चांदी के जीनस की प्राण प्रतिष्ठा कर उसे चढ़ाया गया। पांडव नृत्य देखने के लिए बड़ी संख्या में दूर-दराज क्षेत्रों से दर्शक पहुंचे थे। 26 को नारायण के फल वितरण के साथ पांडव नृत्य का विधिवत समापन होगा। गत् एक नवम्बर से दरमोला पांडव चौक में चल रहे पांडव नृत्य के दौरान सोमवार को नौगरी कौथिग का आयोजन किया गया। ग्रामीणां ने अपने घरों में पांडव पश्वों के लिए विभिन्न तरह के पकवान बनाए। जिसके बाद सभी ग्रामीण तैयार किए पकवानों को पांडव चौक में ले गए। सर्वप्रथम पांडवों के लिए बनाए गए पकवान का भोग भगवान बद्री विशाल व शंकरनाथ देवता को लगाया, उसके बाद ही पांडव पश्वों ने इसे ग्रहण किया।

मान्यता है कि पांडवों ने अज्ञातवास के दौरान विभिन्न गांवों में भीक्षा मांगकर ही अपना पेट भरा था। आज भी लोग इस परम्परा की संस्कृति को जीवित रखने में इसकी अहम भूमिका निभा रहे हैं। दोपहर दो बजे बाद देवी-देवता नर रूप में अवतरित होकर आशीर्वाद दिया। जिसके बाद पांडवों ने अपने अस्त्र-शस्त्रों के साथ ढोल दमाऊ की थाप पर नृत्य शुरु किया। जो लगभग दो घंटे चलता रहा। इसके बाद अंत में भक्तों को प्रसाद वितरण भी किया गया। इससे पूर्व दूर-दराज गांव से आए ग्रामीणों ने बद्रीनाथ व शंकरनाथ देवता के दर्शन कर भेंट भी अर्पित की। तथा उन्होंने भगवान से अपने परिवार की खुशहाली की कामना भी की। वहीं इससे पहले सुबह पांडव चौक में ब्रा़ह्मणों ने वैदिक मंत्रों के साथ नागराजा के जीनस की प्राण प्रतिष्ठा का कार्यक्रम शुरू किया। तथा भगवान नागराजा का पुराना जीनस हटाकर नया जीनस भगवान को अर्पित किया गया।

पांडव समिति के अध्यक्ष विक्रम पंवार एवं कोषाध्यक्ष राजेन्द्र कप्रवान ने बताया कि 25 नवम्बर को गेंडा कौथिग व सिरोता एवं 26 नवम्बर को फल वितरण के साथ पांडव नृत्य का समापन किया जाएगा। उन्होंने अधिक से अधिक भक्तों से पांडव नृत्य में पहुंचकर पुण्य अर्जित करने की अपील की। नृत्य देखने के लिए दरमोला के साथ ही जवाड़ी, तरवाडी, रौठिया, स्वीली, सेम, डुंग्री, उत्यासू, मेदनपुर समेत दूर-दराज गांवों से बड़ी संख्या में ग्रामीण पहुंचे हुए थे। इस अवसर पर पुजारी कीर्तिराम डिमरी, पूर्व अध्यक्ष जसपाल सिंह पंवार, रमेश सिंह, मंगल सिंह, एनएस कप्रवान, त्रिलोक सिंह, दान सिंह, रविन्द्र पंवार, विनोद पंवार, लक्ष्मण पंवार, विजय सिंह, बालम सिंह, दिनेश सिंह, बलवीर सिंह, अनिल सिंह, पुष्कर सिंह, समेत सैकड़ों भक्तजन उपस्थित थे।

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