देहरादून। संविधान दिवस के अवसर पर जनपद देहरादून में सभी राजकीय एवं निजी शिक्षण संस्थानों, कार्यालयों में राष्ट्र गीत ‘वन्दे मात्रम’ का सामूहिक गायन किया गया। इस दौरान राष्ट्र की एकता, अखंडता और संप्रभुता बनाए रखने की शपथ ली गई। शिक्षण संस्थानों में छात्र-छात्राओं के बीच गोष्ठी और परिचर्चा का आयोजन भी किया गया।
मुख्य शिक्षा अधिकारी विनोद कुमार ढ़ौडियाल ने बताया कि जनपद के सभी शिक्षण संस्थानों पर संविधान दिवस पर विशेष कार्यक्रम आयोजित किए गए। कार्यक्रम में स्थानीय जनप्रतिनिधियों, महानुभावों एवं संभ्रात नागरिकों ने भी प्रतिभाग किया। शिक्षण संस्थानों में संविधान दिवस के अवसर गोष्ठी, परिचर्चा के साथ विभिन्न खेलकूद प्रतियोगिताएं आयोजित की गई। सभी निजी एवं सरकारी शिक्षण संस्थानों एवं कार्यालयों में राष्ट्र की एकता और संप्रभुता बनाए रखने की शपथ ली गई। गोष्ठियों में संविधान दिवस के ऐतिहासिक महत्व पर प्रकाश डालते हुए संविधान में प्रदत्त अधिकार, कर्तव्यों और सामाजिक दायित्वों का पूरी निष्ठा व ईमानदारी के साथ पालन करने का आवाहन किया गया।
संविधान हमारे लोकतंत्र की आत्मा है, जो हमें कर्तव्यों और अधिकारों के बीच संतुलन स्थापित करने की सीख देता है। संविधान दिवस केवल एक औपचारिकता नहीं, बल्कि राष्ट्र के प्रति हमारी जिम्मेदारियों का पुनः स्मरण है। एमडीडीए में हम पारदर्शिता, उत्तरदायित्व और जनसेवा की भावना के साथ कार्य करते हुए संविधान की मूल भावना को हर विकास कार्य में उतारने के लिए प्रतिबद्ध हैं। विकास तभी सार्थक है जब वह न्याय और समानता के सिद्धांतों पर आधारित हो।