देहरादून। राजा राममोहन रॉय अकादमी के विकास से परिपूर्ण 75 वर्ष पूर्ण होने के उपलक्ष्य में हीरक जयंती समारोह आयोजित किया गया। सर्वप्रथम मुख्य अतिथि अनूप नौटियाल (प्रतिष्ठित पर्यावरणविद्) का आगमन होने पर विद्यालय की प्रधानाचार्या भारती विश्नोई द्वारा अगुवाई करते हुए उनका स्वागत किया गया व समस्त विद्यालय वर्ग से उनका परिचय करवाया। मुख्य अतिथि द्वारा तथा मैनेजिंग कमेटी के सदस्यों द्वारा दीप प्रज्वलन किया गया, तत्पश्चात मुख्य अतिथि का परिचय दिया गया। अत्यंत आकर्षक व भाव-भीनी प्रस्तुति प्रणवालय प्रार्थना नृत्य के साथ ही वातावरण सुखद हो गया। विद्यालय की प्रधानाचार्या भारती बिश्नोई ने वार्षिक रिपोर्ट पढ़ी, जिसके अंतर्गत वर्ष भर के क्रियाकलापों व उपलब्धियों से परिपूर्ण विवरण प्रस्तुत किया गया। प्रधानाचार्या ने अपनी बात रखते हुए अभिभाव कों और छात्र-छात्राओं को, बहुत-बहुत बधाई दी तथा विद्यालय की थीम धरोहर के विषय में बताते हुए कहा कि, हमारा पर्यावरण हमारी धरोहर है, जिसे संरक्षित करना हम सबका कर्तव्य है। मुख्य अतिथि नौटियाल के कर-कमलों द्वारा छात्रों को पारितोषिक प्रदान किए गए। साथ ही सतपुड़ा सदन को स्कॉलास्टिक ट्रॉफी एवं वॉलीबॉल ट्रॉफी, विंध्य सदन को शतरंज तथा क्रिकेट में ट्रॉफी हासिल हुई। कॉक हाउस ट्रॉफी शिवालिक सदन को प्रदान की गई। विद्यालय की प्रधानाचार्या द्वारा मुख्य अतिथि अनूप नौटियाल को स्मृति चिन्ह भेंट किया गया।
मुख्य अतिथि अनूप नौटियाल ने छात्र-छात्राओं को बधाई देते हुए कहा यह बहुत ही सुखद पहलू है कि आज मुझे यहां पर बतौर मुख्य अतिथि आमंत्रित किया गया और जब देश को आजाद हुए भी लगभग 75 साल से कुछ वर्ष अतिरिक्त ही हुए हैं आज राजा राम मोहन रॉय अकैडमी अपनी 75वीं वर्षगांठ मना रहा है। स्कूल ने अभी तक न जाने कितने महान लोग देश को दिए हैं और आगे भी यह सिलसिला इसी तरीके से जारी रहेगा और मैं अपनी अग्रिम शुभकामनाएं प्रस्तुत करता हूं स्कूल को कि वह इसी तरीके से एक से एक महारथी स्कूल में बनते रहे और देश को समर्पित रहे। देश का भविष्य स्कूलों से निकलता है और हमें इन स्कूलों का आभारी रहना चाहिए कि आज हमारे पास इस तरह के स्कूल हैं जो न सिर्फ शिक्षा बल्कि छात्र-छात्राओं को संस्कार भी दे रहे हैं।
कार्यक्रम को विस्तार देते हुए छात्रों के बैंड द्वारा सुंदर गीतों की प्रस्तुति दी गई जिसमें कक्षा चार की छोटी सी छात्र की प्रस्तुति अत्यंत लुभावनी थी। अगले भाग में होप फॉर द अर्थ एक समाज को जागृत करने वाली नृत्य नाटिका का प्रदर्शन किया गया,जिसमें भावों से परिपूर्ण पर्यावरण की रक्षा के लिए व देहरादून के वातावरण को भारी नुकसान से बचाने की मुहिम में अग्रणी बनने हेतु, जागरूक किया गया है। इस नृत्य नाटिका में 300 से अधिक विद्यार्थियों ने भाग लिया। नदी, वन, बाग- बगीचे पर्वत श्रृंखलाओं का अत्यंत रोचक ढंग से नृत्य द्वारा प्रस्तुतीकरण किया गया। विद्यालय की मुख्य छात्रा ने धन्यवाद ज्ञापन दिया। कार्यक्रम की पूर्णता राष्ट्रीय गान के साथ हुई। आज के दिन की पूर्णाहुति दृश्य श्रव्य पटाखे बाजी के साथ हुईं जिससे पर्यावरण संरक्षण की भावना का सभी में सहर्ष उदय हो सके। इस महत्वपूर्ण दिवस पर राजा राममोहन राय अकादमी के प्रबंधक वर्ग, देहरादून के विभिन्न विद्यालयों के प्रधानाचार्य, विशिष्ट अतिथि गण, अभिभावक वर्ग, शिक्षक गण आदि उपस्थित रहे।