बेटी की शादी के लिए पैसे जुटाने के लिए पीआरडी जवान ने कर दी महिला की हत्या - Pahadvasi

बेटी की शादी के लिए पैसे जुटाने के लिए पीआरडी जवान ने कर दी महिला की हत्या

 

अल्मोड़ा। पुलिस ने एक माह पूर्व लमगड़ा क्षेत्र में हुई महिला के ब्लाइंड मर्डर गुत्थी सुलझाते हुए हत्यारोपी को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया। आरोपी ने अपनी बेटी की शादी के लिए पैसे जुटाने के लिए महिला की हत्या की थी। मामले का खुलासा करते हुए एसएसपी अल्मोड़ा देवेन्द्र पींचा ने बताया कि दिनांक 14 नवम्बर.2025 की रात्रि में सांगड़ साहू गांव की महिला गंगा देवी पत्नी मोहन सिंह की किसी अज्ञात व्यक्ति ने हत्या कर उनका गलोबन्द लूट लिया था। तहरीर के आधार पर पुलिस ने हत्या का मुकदमा दर्ज कर जांच शुरू की।

घटना की संवेदनशीलता को देखते हुए एसएसपी अल्मोड़ा देवेन्द्र पींचा ने तत्काल सांगड़ साहू गांव पहुंचकर घटनास्थल का निरीक्षण किया तथा फॉरेंसिक यूनिट को मौके पर बुलाकर साक्ष्य संकलन की कार्यवाही की गई। हत्याकांड का शीघ्र अनावरण करने व संलिप्त अभियुक्त की गिरफ्तारी हेतु एएसपी हरबन्स सिंह व सीओ अल्मोड़ा गोपाल दत्त जोशी के पर्यवेक्षण में निरीक्षक भुवन चन्द्र जोशी प्रभारी एसओजी, थानाध्यक्ष लमगड़ा प्रमोद पाठक, थानाध्यक्ष धौलछीना सुनील सिंह बिष्ट, थानाध्यक्ष दन्या दिनेश नाथ महंत के नेतृत्व में अलग-अलग टीमों का गठन किया गया।

एसएसपी पींचा ने बताया कि महिला का घर एकांत में होने व आसपास कोई सीसीटीवी कैमरा न होने तथा किसी व्यक्ति की मृतका व परिवार के साथ रंजिश न होने के कारण पुलिस टीम के लिये हत्या का खुलासा करना काफी चुनौतीपूर्ण हो गया था। हत्या का खुलासा करने के लिये पुलिस टीमों द्वारा थाना लमगड़ा क्षेत्र से लेकर हल्द्वानी तक लगभग 400 सीसीटीवी कैमरों का गहन अवलोकन किया। मुखबिर तंत्र को मजबूत कर संदिग्ध पर लगातार सतर्क दृष्टि रखी जा रही थी। साथ ही सर्विलांस की मदद से जानकारी जुटाई गई तथा इस दौरान लगभग 100 व्यक्तियों से पूछताछ कर जानकारियां जुटाई गईं। हत्या के खुलासे के लिए गठित की गई टीमों के प्रत्येक दिवस की कार्यवाही की समीक्षा उनके द्वारा स्वयं करते हुए आवश्यक दिशा निर्देश दिए गये। मैनुअल, सर्विलांस, फॉरेंसिक साक्ष्य संकलन, टैक्निकल टीमों के समन्वय से दिन-रात पुलिस टीमों के संयुक्त अथक प्रयासों से गत 14 दिसम्बर को अभियुक्त गोपाल सिंह (40 वर्ष) को पूछताछ के लिये थाने लाया गया, जिसके कब्जे से 1,20,500 बरामद हुए। सख्ती से पूछताछ करने पर उसके द्वारा गंगा देवी की हत्या कर गलोबन्द लूटना कबूल किया गया तथा उसकी निशानदेही पर हल्द्वानी में सुनार की दुकान से गलोबन्द बरामद कर लिया गया।

पूछताछ के दौरान गोपाल सिंह ने बताया कि वह पीआरडी में कार्यरत है, साथ ही गांव और लोगों के साथ-साथ मृतका गंगा देवी के यहां भी खेत जोतने का कार्य करता था। जिससे उसे मजदूरी के रुप में पैसे मिल जाते थे। उसकी पुत्री की शादी नवंबर माह के अंत में तय थी, जिसके लिये वह पैसों का इंतजाम नही कर पा रहा था। गंगा देवी ने उसे लड़की की शादी के लिये 25 हजार रुपये देने का वादा किया था। गत 14 नवम्बर 2025 को गोपाल सिंह मृतका गंगा देवी के घर रुपये लेन पहुंचा लेकिन गंगा देवी ने रुपये नही दिये तो गलोबन्द से उसका गला दबाकर कान के कुण्डल भी नोचने का प्रयास किया, डोरी में बंधे होने के कारण नहीं ले पाया। गंगा देवी की सांसे रुकने के बाद गोपाल ने गलोबन्द निकालकर उसे पर सुलाया और कम्बल डालकर घर को चला गया। गोपाल ने गलोबन्द को एक पत्थर के नीचे छुपा दिया था, जब पुलिस ने पूछताछ की जाने लगी तो डर के कारण गलोबन्द का कुछ नही किया। जैसे तैसे दिनांक 30 नवम्बर 2025 को उसने अपनी लड़की की शादी कर दी। गत 9 दिसम्बर को जब उसे लगा कि पुलिस का ध्यान उसकी ओर नही है, तब गलोबन्द बेचने हल्द्वानी चला गया। गत 10 दिसम्बर को उसने झूठ बोलकर हल्द्वानी में एक सुनार की दुकान पर मृतका गंगा देवी का गलोबंद एक लाख छब्बीस हजार में बेच दिया। हत्याकांड का सफल अनावरण करने वाली पुलिस टीम को आईजी कुमायूं रिद्धिम अग्रवाल द्वारा 15,000 रुपये व एसएसपी अल्मोड़ा द्वारा 10,000 रुपये के नगद ईनाम से पुरस्कृत किया गया है।

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