देहरादून। भारतीय रेडक्रास सोसाइटी उत्तराखंड के तत्वावधान में आयोजित फर्स्ट एड ले लेक्चरर एवं लेक्चरर का सात दिवसीय विशेष प्रशिक्षण कार्यक्रम रविवार को पशुपालन विभाग के प्रशिक्षण केंद्र में सफलतापूर्वक संपन्न हो गया।

राज्य शाखा के चेयरमैन ओंकार बहुगुणा ने प्रशिक्षण पूर्ण होने पर सभी प्रशिक्षणार्थियों को शुभकामनाएं देते हुए कहा कि रेडक्रास मानवता का काम है और यह द्वेष रहित गैर राजनीतिक होना चाहिए उन्होंने कहा कि यह प्रशिक्षण न केवल संगठनात्मक दृष्टि से महत्वपूर्ण रहा, बल्कि मानवीय सेवा के क्षेत्र में एक नई ऊर्जा और दिशा प्रदान करने वाला सिद्ध हुआ। प्रशिक्षण कार्यक्रम में प्रदेश के विभिन्न जिलों से फर्स्ट एड लेक्चरर वर्ग के प्रतिभागियों ने सहभागिता की। रेडक्रास उत्तराखंड के सेक्रेटरी जनरल डॉ. जे.एन. नौटियाल ने बताया कि यह एक बहुप्रतीक्षित प्रशिक्षण था।
प्रशिक्षणार्थियों द्वारा फर्स्ट एड, वाउचर, रिफ्रेशर एवं मेडालियन जैसे अनिवार्य कोर्स पहले ही पूर्ण किए जा चुके थे तथा दिसंबर 2025 तक यह प्रशिक्षण पूरा करना आवश्यक था। अब प्रशिक्षण के सफल समापन के साथ ही रेडक्रास को 19 प्रशिक्षित प्रशिक्षक प्राप्त हो गए हैं, जो अपने-अपने जिलों में जूनियर रेडक्रास एवं यूथ रेडक्रास को सक्रिय कर सेवा गतिविधियों को व्यापक स्वरूप देंगे।
इस प्रशिक्षण को प्रभावी एवं अनुशासित ढंग से संपन्न कराने के लिए भारतीय रेडक्रास सोसाइटी के राष्ट्रीय मुख्यालय, नई दिल्ली द्वारा पंजाब रेडक्रास की प्रेक्षक डॉ. साइना वर्मा को नियुक्त किया गया था, जिनकी गरिमामयी उपस्थिति में समस्त प्रशिक्षण कार्यक्रम सम्पन्न हुआ। प्रशिक्षण में हरिद्वार, उत्तरकाशी, चमोली, रुद्रप्रयाग, ऊधम सिंह नगर, अल्मोड़ा, नैनीताल, टिहरी, पिथौरागढ़ एवं चंपावत सहित अनेक जिलों से प्रतिभागियों ने भाग लिया। वहीं मास्टर ट्रेनर मनीष कसनियाल, अनिल सैनी, डिप्टी सेक्रेटरी हरीश चंद्र शर्मा तथा डॉ. एम.एस. अंसारी सहित अन्य विशेषज्ञों ने प्रशिक्षण देकर प्रतिभागियों को मार्गदर्शन प्रदान किया। यह प्रशिक्षण कार्यक्रम मानवता, सेवा और आपदा प्रबंधन के क्षेत्र में रेडक्रास की भूमिका को और अधिक सशक्त बनाने की दिशा में एक प्रेरक एवं ऐतिहासिक कदम सिद्ध हुआ है।
