सदन अनिश्चितकाल के लिए स्थगित, 15 घंटे 42 मिनट चली सदन की कार्यवाही
पहाड़वासी
देहरादून। उत्तराखंड विधानसभा का तीन दिवसीय शीतकालीन सत्र अनिश्चितकाल के लिए स्थगित हो गया है। विधानसभा अध्यक्ष प्रेमचंद अग्रवाल ने विपक्ष एवं पक्ष के सभी सदस्यों को सहयोग के लिए धन्यवाद दिया है। विधानसभा अध्यक्ष ने कहा कि प्रदेशहित एवं जनहित के अनेक विषयों पर सदन में दोनों दलों द्वारा शांति पूर्वक गंभीर चिंतन-मनन किया गयाद्य तीन दिवसीय शीतकालीन सत्र की कार्रवाई 15 घंटे 42 मिनट तक चली।
सत्र के दौरान विधान सभा को 250 प्रश्न प्राप्त हुए, जिसमें स्वीकार 14 अल्पसूचित प्रश्न में 1 उत्तरित, 64 तारांकित प्रश्न में 4 उत्तरित, 143 आताराकिंत प्रश्न में 3 उत्तरित किए गए। कुल 24 प्रश्न अस्वीकार एवं पांच विचाराधीन रखे गए। 5 याचिकाओं में से सभी याचिका स्वीकृत की गई। नियम 300 में प्राप्त 43 सूचनाओं में से 21 सूचनाएं स्वीकृत, 22 सूचनाएं ध्यानाकर्षण के लिए, नियम-53 में 32 सूचनाओं में 2 स्वीकृत एवं 13 ध्यानाकर्षण के लिए रखी गई। नियम-58 में प्राप्त 11 सूचनाओं में 10 को स्वीकृत किया गया। नियम-299 में 1 सूचना प्राप्त हुई, जो कि स्वीकृत की गई। नियम-112 में 1 सूचना प्राप्त हुई, जो कि स्वीकृत की गई। 10 विधेयक सदन के पटल से पारित हुए। इनमें उत्तराखण्ड (उत्तर प्रदेश) लोक सेवा (अधिकरण) (संशोधन) विधेयक 2021, उत्तराखण्ड सिविल विधि (संशोधन) विधेयक 2021, उत्तराखण्ड कृषि उत्पाद मण्डी (विकास एवं विनियमन) पुनर्जिवित विधेयक 2021, उत्तराखण्ड चार धाम देवस्थानम् प्रबन्धन (निरसन) विधेयक 2021, उत्तराखण्ड विनियोग (2021-22 का द्वितीय अनुपूरक) विधेयक 2021, उत्तराखण्ड पंचायती राज (द्वितीय संशोधन) अध्यादेश 2021, आम्रपाली विश्वविद्यालय विधेयक 2021, उत्तराखण्ड नजूल भूमि प्रबंधन, व्यवस्थापन एवं निस्तारण विधेयक 2021, सोसाइटी रजिस्ट्रीकरण (उत्तराखण्ड संशोधन) विधेयक 2021 व उत्तराखण्ड किरायेदारी विधेयक 2021 शामिल हैं। सत्र के दौरान 27वीं बार ऐसा हुआ कि सदन के भीतर प्रश्नकाल में सदस्यों द्वारा पूछे गए सभी तारांकित प्रश्न निश्चित समायावधि (एक घंटा 20 मिनट) में उत्तरित हुए।