-महाविद्यालय प्रशासन ने नवनिर्मित परिसर में शिक्षण कार्य किया प्रारंभ
-महाविद्यालय का स्थानांतरण उच्च शिक्षा के विकास की दिशा में एक महत्वपूर्ण पहलः डॉ त्रिपाठी
रुद्रप्रयाग। जिला मुख्यालय स्थित राजकीय महाविद्यालय रुद्रप्रयाग को अपना भवन मिल चुका है। बुधवार को जवाड़ी भरदार के चोपड़ा तोक में महाविद्यालय को स्थानान्तरित कर यहां शिक्षण कार्य का संचालन शुरू कर दिया है।
स्थानीय जनता की मांग पर वर्ष 2006 में जिला मुख्यालय में राजकीय महाविद्यालय रुद्रप्रयाग अस्तित्व में आया। रैंतोली स्थित आईटीआई भवन के चार कमरों में महाविद्यालय का संचालन शुरू हुआ था। मात्र यहां बीबीए व बीसीए की कक्षाओं का संचालन को ही अनुमति मिली थी। यहां पर पर्याप्त स्थान न होने से बीए व बीएससी की कक्षाओं का संचालन नहीं हो सका था। लगभग 10 वर्षो तक रैंतोली में रहने के बाद वर्ष 2016 में महाविद्यालय को राबाइंका रुद्रप्रयाग के पुराने भवन शिफ्ट किया गया। बुधवार को आखिरकार 19 वर्षो के बाद राजकीय महाविद्यालय रुद्रप्रयाग अपने नवनिर्मित परिसर चोपड़ा तोक में स्थानांतरित होने के बाद महाविद्यालय प्रशासन ने यहां विधिवत रूप से नवनिर्मित परिसर में शिक्षण कार्य प्रारंभ कर दिया है। पूर्व जिला पंचायत सदस्य आशा डिमरी, सामाजिक कार्यकर्ता जगदंबा नौटियाल, भगवती प्रसाद नौटियाल ने महाविद्यालय के समस्त शिक्षकों एवं छात्रों का आत्मीय स्वागत किया गया। यहां महाविद्यालय के आगमन को क्षेत्र की शिक्षा व्यवस्था के लिए मील का पत्थर बताया।
महाविद्यालय के प्राचार्य डॉ आशुतोष त्रिपाठी ने कहा कि राजकीय महाविद्यालय रुद्रप्रयाग का स्थानांतरण उच्च शिक्षा के विकास की दिशा में एक महत्वपूर्ण पहल है। उन्होंने कहा कि परिसर के सतत उन्नयन के लिए समुदाय और महाविद्यालय के बीच सहयोग आवश्यक है। तथा सभी लोगों से इसमें सक्रिय सहभागिता की अपेक्षा की। ताकि महाविद्यालय का यहां पर बेहतर रूप से संचालन शुरू हो सके। इस अवसर पर महाविद्यालय के समस्त शिक्षकगण, कर्मचारी एवं स्थानीय गणमान्य नागरिक उपस्थित रहे।