जीवित प्रमाण पत्र के बहाने पेंशनर्स को बना रहे धोखाधड़ी का शिकार

 

जीवित प्रमाण पत्र के बहाने पेंशनर्स को बना रहे धोखाधड़ी का शिकार

पहाड़वासी

रुद्रप्रयाग। साइबर अपराधी अब पेंशनर्स को भी जीवित प्रमाण पत्र के बहाने धोखाधड़ी का शिकार बनाने के प्रयासों में जुटे हैं। ठग पेंशनर्स को जीवित प्रमाण पत्र आदि को ऑनलाइन अपडेट करने को लेकर कॉल कर रहे हैं, सम्पर्क में आने पर उन्हें धोखाधड़ी का शिकार बना रहे हैं।

वरिष्ठ कोषाधिकारी गिरीश चन्द्र ने जनपद के पेंशन धारियों को सतर्क रहने की अपील की है। उन्होंने सभी पेंशनर्स को जागरूक रहने को कहा है। कोषाधिकारी ने बताया कि पेंशन निदेशालय, कोषागार, उपकोषागार, पोस्ट ऑफिस, सीएससी कभी भी किसी पेंशनर्स को उनके जीवित प्रमाण पत्र का ऑनलाइन अपडेट करने के लिए कॉल नहीं करता है, और न ही ऑनलाइन जीवित प्रमाण-पत्र अपडेट करता है। इसलिए पेंशन धारकों को अपने जीवन प्रमाण-पत्र संबंधी जानकारी को लेकर किसी भी कॉल को व्यक्तिगत सूचनाएं उपलब्ध नहीं करानी हैं।

बताया कि साइबर अपराधियों को पेंशन भोगियों द्वारा ओटीपी साझा करते ही बैंक खाते की पूरी जानकारी उनको मिल जाएगी, और उन्हें खाते का सीधे एक्सेस कंट्रोल मिल जाता है। इसके बाद वह पेंशन धारक के खाते में जमा राशि को दूसरे फर्जी बैंक खातों या वॉयलेट में स्थानांतरित कर देते हैं। कहा कि कोषागार विभाग किसी भी पेंशन धारक को उनका जीवित प्रमाण-पत्र अपडेट करने के लिए कोई कॉल नहीं करता है। उन्होंने पेंशन धारकों अपने जीवित प्रमाण-पत्र को व्यक्तिगत रूप से अपडेट कराने को कहा है।

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