मिथुन राशि से कर्क राशि मेंअसुर गुरु शुक्र आज कर रहे प्रवेश जानिए अपनी ग्रह दशा

 

मिथुन राशि से कर्क राशि मेंअसुर गुरु शुक्र आज कर रहे प्रवेश जानिए अपनी ग्रह दशा

पहाड़वासी

सौरमंडल के दूसरे बड़े, सबसे चमकीले, भोग विलासिता के ग्रह और राक्षसों के गुरु शुक्र आज 22 जून को अपने मित्र बुध के स्वामित्व वाली मिथुन राशि को छोड़कर अपने शत्रु चंद्रमा की कर्क राशि में भ्रमण शुरू करेंगे। इसका असर समस्त जातकों की राशियों में पड़ेगा।

गत दिवस 21 जून को देव गुरु बृहस्पति कुंभ राशि में वक्र गति में चलना प्रारंभ कर चुके हैं। इसके बाद अब सौरमंडल के दूसरे बड़े, सबसे चमकीले, भोग विलासिता के ग्रह और राक्षसों के गुरु शुक्र आज 22 जून को अपने मित्र बुध के स्वामित्व वाली मिथुन राशि को छोड़कर अपने शत्रु चंद्रमा की कर्क राशि में भ्रमण शुरू करेंगे। इसका असर समस्त जातकों की राशियों में पड़ेगा। शुक्र ग्रह एक राशि से दूसरी राशि में आने के लिए करीब 23 दिनों तक का समय लेते हैं। असुर गुरु शुक्र अपनी मिथुन राशि की यात्रा समाप्त करके 22 जून को दोपहर 2 बजकर 18 मिनट पर पुनर्वसु नक्षत्र के चतुर्थ चरण में गोचर करते हुए कर्क राशि में प्रवेश कर रहे हैं। इस राशि पर ये 17 जुलाई की सुबह 9 बजकर 23 मिनट तक गोचर करेंगे। उसके बाद सिंह राशि में प्रवेश कर जाएंगे। वृषभ और तुला राशि के स्वामी शुक्र कन्या राशि में नीचराशिगत तथा मीन राशि में उच्चराशिगत संज्ञक माने गए हैं।
सौर वैज्ञानिक डॉक्टर आचार्य चंडी प्रसाद घिल्डियाल बताते हैं कि कुंडली में शुक्र ग्रह के मजबूत होने पर वैवाहिक जीवन में सुख बना रहता है और सभी तरह के ऐशोआराम और भौतिक सुखों की प्राप्ति होती है। वहीं कुंडली में शुक्र ग्रह कमजोर होने पर वैवाहिक जीवन में कई तरह की परेशानियां आती हैं। शुक्र ग्रह भरणी, पूर्वा फाल्गुनी और पूर्वाषाढ़ा जैसे नक्षत्रों के स्वामी ग्रह हैं। बुध और शनि ग्रह शुक्र ग्रह के मित्र, जबकि सूर्य और चंद्रमा शत्रु ग्रह माने जाते हैं। शुक्र ग्रह सौरमंडल का बड़ा और शुभ ग्रह माना जाता है। इसलिए इनके राशि परिवर्तन का सभी राशियों पर गहरा प्रभाव पड़ेगा।
सौरमंडल में ग्रहों के परिवर्तन को किसी शंका की दृष्टि से नहीं देखना चाहिए। उनके परिवर्तन का मानव जीवन पर भला और बुरा असर अवश्य पड़ता है, इसको स्वीकार करते हुए इसी प्रकार अपना बचाव करने का प्रयास करना चाहिए जिस प्रकार हम बारिश में छाते का प्रयोग करते हैं। इसमें हम बारिश को तो नहीं रोक सकते हैं, परंतु छाते का प्रयोग कर स्वयं को यथासंभव अवश्य बचा सकते हैं। इसका राशियों पर इस तरह असर पड़ सकता है।
मेष राशि
राशि से चतुर्थ भाव में गोचर करते हुए शुक्र विलासितापूर्ण वस्तुओं की खरीदारी में अधिक व्यय करायेंगे। मकान-वाहन का भी क्रय कर सकते हैं। जमीन जायदाद से जुड़े मामलों का निपटारा होगा। महिलाओं के लिए गोचर अपेक्षाकृत और अनुकूल रहेगा। केंद्र अथवा राज्य सरकार के विभागों में प्रतीक्षित कार्य संपन्न होंगे। उच्चाधिकारियों से सहयोग बढ़ेगा। प्रेम संबंधी मामलों में प्रगाढ़ता आएगी। प्रेम विवाह का भी निर्णय लेना चाह रहे हों तो अवसर अनुकूल रहेगा।
वृषभ राशि
राशि से पराक्रम भाव में गोचर कर रहे शुक्र आपको अति पराक्रमी और उत्साही बनाएंगे। जैसी सफलता चाहेंगे हासिल करेंगे। अपनी ऊर्जा शक्ति के बलपर विषम परिस्थितियों पर भी आसानी से नियंत्रण पा लेंगे। आपके द्वारा लिए गए निर्णय और किए गए कार्यों की सराहना भी होगी। धर्म एवं आध्यात्मिक के प्रति रुचि बढ़ेगी। परिवार में छोटे भाइयों से सहयोग बढ़ेगा। विदेशी कंपनियों में सर्विस अथवा नागरिकता के लिए किया गया प्रयास सफल रहने के योग।
मिथुन राशि
राशि से धन भाव में गोचर कर रहे शुक्र का प्रभाव आर्थिक पक्ष मजबूत करेगा। दिया गया धन वापस मिलने की उम्मीद। आकस्मिक धन प्राप्ति के भी योग स्वास्थ्य की दृष्टि से दाहिनी आंख से संबंधित समस्या से सावधान रहना पड़ेगा। परिवार में अलगाववाद की स्थिति उत्पन्न न होने दें। कार्यक्षेत्र में षड्यंत्र का शिकार होने से बचें। विद्यार्थियों के लिए समय अपेक्षाकृत और अनुकूल रहेगा। जिद्द एवं आवेश पर नियंत्रण रखते हुए कार्य करेंगे तो अधिक सफल रहेंगे।
कर्क राशि
इस राशि स्वयं शुक्र का गोचर करना हर प्रकार से सफलताओं के नए द्वार खोल देगा। काफी दिनों का रुका हुआ कार्य भी संपन्न होगा। किसी भी तरह का नया व्यापार आरंभ करना चाह रहे हों अथवा नौकरी में परिवर्तन या नए अनुबंध पर हस्ताक्षर करना चाह रहे हों तो उस दृष्टि से भी समय अति अनुकूल रहेगा। विलासिता पूर्ण वस्तुओं के क्रय पर अधिक खर्च होगा। यात्रा देशाटन का लाभ मिलेगा। गुप्त शत्रुओं से बचें। आपके अपने ही लोग षड्यंत्र करेंगे सावधान रहें।
सिंह राशि
राशि से व्यय भाव में शुक्र का गोचर करना अत्यधिक उतार-चढ़ाव किंतु लाभदायक रहेगा। अकेले शुक्र ही ऐसे ग्रह है जो इस भाव के लिए लाभदायक फल प्रदान करते हैं। जमीन जायदाद से जुड़े मामलों का निपटारा होगा। मकान अथवा वाहन का भी क्रय करना चाह रहे हों तो समय अनुकूल रहेगा। स्वास्थ्य विशेष करके बाई आंख से संबंधित समस्या से सावधान रहें। झगड़े विवाद से दूर रहें और कोर्ट कचहरी से संबंधित मामले भी बाहर ही सुलझाएं।
कन्या राशि
राशि से लाभ भाव में गोचर करते हुए शुक्र का प्रभाव बेहतरीन सफलताएं देगा। कार्य व्यापार में उन्नति तो होगी ही आय के साधन भी बढ़ेंगे। इस समय आप जो भी निर्णय लेंगे उसी में सफलता रहेंगे। मित्रों तथा संबंधियों से भी सहयोग की उम्मीद कर सकते हैं। कला के क्षेत्र में अधिक सफल रहेंगे। यदि आप महिला हैं तो ग्रह गोचर आपके लिए किसी वरदान से कम नहीं है। संतान संबंधी से चिंता से मुक्ति मिलेगी। नव दंपत्ति के लिए संतान प्राप्ति एवं प्रादुर्भाव के भी योग।
तुला राशि
राशि से दशम कर्म भाव में गोचर कर रहे शुक्र हर तरह से लाभदायक ही रहेंगे। समाज के संभ्रांत लोगों से मेलजोल बढ़ेगा। सामाजिक पद प्रतिष्ठा भी बढ़ेगी। किसी बड़े सम्मान व पुरस्कार की भी घोषणा हो सकती है। सरकारी नौकरियों के लिए आवेदन की दृष्टि से समय अनुकूल है। शासन सत्ता का भी पूर्ण सहयोग मिलेगा। चुनाव से संबंधित कोई भी निर्णय लेना चाह रहे हों तो वह भी ग्रह गोचर अनुकूल रहेगा, जैसी सफलता चाहें हासिल कर सकते हैं।
वृश्चिक राशि
राशि से भाग्य भाव में गोचर कर रहे शुक्र के शुभ प्रभाव के फलस्वरूप धर्म एवं अध्यात्म के प्रति रुचि बढ़ेगी। तीर्थ यात्रा का भी संयोग बनेगा। सामाजिक ट्रस्टों तथा मंदिरों में दान-पुण्य भी करेंगे। यह समय जप-तप पूजा-पाठ तथा मंत्र सिद्धि की दृष्टि से अति महत्वपूर्ण रहेगा। भावनाओं में बहकर लिया गया निर्णय नुकसानदेय हो सकता है। विदेशी कंपनियों में सर्विस अथवा नागरिकता के लिए किया गया प्रयास सफल रहने के योग। संतान संबंधी चिंता में कमी आएगी।
धनु राशि
राशि से अष्टम आयु भाव में गोचर कर रहे शुक्र का प्रभाव काफी मिलाजुला रहेगा। स्वास्थ्य के प्रति अधिक सावधान रहने की आवश्यकता है, हृदय विकार से दूर रहें। कार्यक्षेत्र में भी षड्यंत्र का शिकार होने से बचें। कोर्ट कचहरी से संबंधित मामले भी बाहर ही सुलझा लेना समझदारी होगी। इन सबके बावजूद सामाजिक पद प्रतिष्ठा बढ़ेगी। विलासिता पूर्ण वस्तुओं पर अधिक खर्च होगा। आकस्मिक धन प्राप्ति का योग और दिया गया धन भी वापस मिलने की उम्मीद।
मकर राशि
राशि से सप्तम पत्नी भाव में गोचर कर रहे शुक्र के अशुभ प्रभाव के फलस्वरूप कार्य व्यापार में उन्नति तो होगी ही शादी-विवाह से संबंधित वार्ता भी सफल रहेगी। ससुराल पक्ष से भी सहयोग मिलेगा। सरकारी संस्थानों में रुके कार्य संपन्न होंगे। दैनिक व्यापारियों के लिए समय अपेक्षाकृत और अनुकूल रहेगा। जमीन जायदाद से जुड़े मामलों का निपटारा होगा। वाहन का क्रय भी करना चाह रहे हों तो अवसर अनुकूल है। अपनी संकल्प सिद्धि के लिए प्रयास करें पूर्ण सफल रहेंगे।
कुंभ राशि
राशि से छठे शत्रु भाव में गोचर कर रहे शुक्र का प्रभाव बहुत अच्छा नहीं कहा जा सकता। कार्य-व्यापार में काफी उतार-चढ़ाव आएगा, आर्थिक हानि के भी योग। आपके अपने ही लोग नीचा दिखाने की कोशिश करेंगे। इस अवधि के मध्य किसी को भी अधिक धन उधार के रूप में न दें अन्यथा आर्थिक हानि होगी। अपनी कठिनाइयों से लड़ने के लिए आध्यात्मिक शक्ति बढायें। अत्यधिक भागदौड़ तथा विलासितापूर्ण वस्तुओं की खरीदारी पर भी खर्च होगा।
मीन राशि
राशि से पंचम विद्या भाव में गोचर कर रहे शुक्र आपके लिए बेहतरीन सफलता दिलाने वाले सिद्ध होंगे। विद्यार्थियों के लिए तो यह गोचर किसी वरदान से कम नहीं है इसलिए किसी भी तरह की प्रतियोगिता अथवा साक्षात्कार में बैठना चाहें तो सफलता की संभावना सर्वाधिक रहेगी। संतान की तरफ से खुशी प्राप्त होगी नव दंपत्ति के लिए संतान प्राप्ति एवं प्रादुर्भाव के भी योग। प्रेम संबंधी मामलों में सफलता मिलेगी प्रेम विवाह का भी निर्णय लेना यदि पहले से लंबित हो इस समय उस पर निर्णय लेना चाहें तो अवसर अनुकूल रहेगा।
आचार्य का परिचय
नाम-आचार्य डॉक्टर चंडी प्रसाद घिल्डियाल
पब्लिक सर्विस कमीशन उत्तराखंड से चयनित प्रवक्ता संस्कृत।
निवास स्थान- धर्मपुर चौक के पास अजबपुर रोड पर मोथरोवाला टेंपो स्टैंड 56 / 1 धर्मपुर देहरादून, उत्तराखंड।
मोबाइल नंबर-9411153845
उपलब्धियां
वर्ष 2015 में शिक्षा विभाग में प्रथम गवर्नर अवार्ड से सम्मानित वर्ष 2016 में। सटीक भविष्यवाणी पर उत्तराखंड के तत्कालीन मुख्यमंत्री हरीश रावत सरकार ने दी उत्तराखंड ज्योतिष रत्न की मानद उपाधि। त्रिवेंद्र सरकार ने दिया ज्योतिष विभूषण सम्मान। वर्ष 2013 में केदारनाथ आपदा की सबसे पहले भविष्यवाणी की थी। इसलिए 2015 से 2018 तक लगातार एक्सीलेंस अवार्ड प्राप्त हुआ। ज्योतिष में इस वर्ष 5 सितंबर 2020 को प्रथम वर्चुअल टीचर्स राष्ट्रीय अवार्ड प्राप्त किया। वर्ष 2019 में अमर उजाला की ओर से आयोजित ज्योतिष महासम्मेलन में ग्राफिक एरा में उत्तराखंड के मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने दिया ज्योतिष वैज्ञानिक सम्मान। ज्योतिष रत्न डॉ चंडी प्रसाद घिल्डियाल की अधिकांश भविष्यवाणियां सटीक साबित हो रही हैं।

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