विदेशी महिला ने मुन्दोली राइडर्स क्लब के बच्चों और ग्रामीणों से की मुलाकात, क्लब के कार्यों से हुईं प्रभावित
-Foreign Woman Meets Mundoli Riders Club Children and Villagers, Appreciates Development Work
चमोली/देहरादून। अमेरिका निवासी एक विदेशी महिला, जो मूल रूप से भारत में पैदा हुई थीं हाल ही में “गो हिमालया” द्वारा आयोजित रूपकुंड ट्रेकिंग (Roopkund Trekking)कार्यक्रम के लिए उत्तराखंड आईं थीं। इस दौरान उनकी मुलाकात “मुन्दोली राइडर्स क्लब” के संस्थापक, धावक, पर्वतारोही और साइकिल चालक, श्री कलम सिंह बिष्ट से हुई।
क्लब के बारे में जानकर वह बहुत प्रभावित हुईं। मुन्दोली राइडर्स क्लब न केवल बच्चों को दौड़ना, साइकिल चलाना और पर्वतारोहण का प्रशिक्षण देता है, बल्कि आत्मरक्षा, प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी, गायन, नृत्य, संगीत और सार्वजनिक भाषण का प्रशिक्षण भी देता है।
विदेशी महिला इतनी प्रभावित हुईं कि उन्होंने क्लब के बच्चों के साथ एक दिन का ट्रेकिंग (Trekking) कार्यक्रम बनाया। इस कार्यक्रम में उन्होंने पारंपरिक कपड़े पहने, बच्चों के साथ “मेरी जन्मभूमि, मेरो पहाड़ो” गाना गाया और उनके साथ लंच किया। बच्चों के साथ बिताए इस समय ने उन्हें बहुत खुशी दी।
उन्होंने श्री कलम सिंह बिष्ट से मुलाकात कर जल्द ही वापस आने का वादा किया। उन्होंने क्लब द्वारा हिमालयी क्षेत्र के गरीब और वंचित गांवों के बच्चों के विकास के लिए किए जा रहे कार्यों की सराहना की। क्लब के प्रशिक्षण से बच्चों में काफी खुशी देखी गई।
मुन्दोली राइडर्स क्लब के बारे में (About Mundoli Riders Club)
मुन्दोली राइडर्स क्लब उत्तराखंड के चमोली जिले में स्थित है। इसकी स्थापना श्री कलम सिंह बिष्ट ने की थी। यह क्लब गरीब और वंचित गांवों के बच्चों को समग्र विकास प्रदान करने के लिए समर्पित है। क्लब न केवल शारीरिक प्रशिक्षण प्रदान करता है बल्कि शिक्षा और कलात्मक विकास पर भी ध्यान देता है।
यह कहानी इस बात का एक उदाहरण है कि किस तरह से सामाजिक कार्य समाज के वंचित वर्गों के जीवन में सकारात्मक बदलाव ला सकते हैं।