पूर्व सीएम हरीश रावत व पूर्व मंत्री यशपाल आर्य ने किए भगवान बदरीविशाल के दर्शन

 

पूर्व सीएम हरीश रावत व पूर्व मंत्री यशपाल आर्य ने किए भगवान बदरीविशाल के दर्शन

पहाड़वासी

देहरादून। पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत शनिवार को बदरीनाथ पहुंचे। उनके साथ पूर्व कैबिनेट मंत्री यशपाल आर्य व अन्य कांग्रेस कार्यकर्ता भी मौजूद रहे। पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत और यशपाल आर्य ने यहां बदरीनाथ धाम के दर्शन किए। उन्होंने बदरीनाथ सिंह द्वार पर जय बदरीविशाल के जयकारे भी लगाए। उन्होंने तीर्थ पुरोहितों और कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने भी भेंट की। पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत ने कहा कि चारधामों में देवस्थानम बोर्ड बनाने की आवश्यकता ही नहीं थी। यह हमारी धार्मिक परंपराओं के साथ खिलवाड़ है। कांग्रेस सरकार बनते ही बोर्ड को भंग कर दिया जाएगा।

हरीश रावत और यशपाल आर्य शनिवार की सुबह करीब 11 बजे हेलीकॉप्टर से बदरीनाथ धाम पहुंचे। उन्होंने करीब 15 मिनट तक बदरीनाथ धाम की पूजाओं में प्रतिभाग किया। इसके बाद बदरीनाथ सिंहद्वार पर जय बदरीनाथ के जयकारे लगाए। उन्होंने गुजराती भवन में अल्प विश्राम किया। इस दौरान कांग्रेस कार्यकर्ताओं और तीर्थ पुरोहितों ने पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत से भेंट की। हरीश रावत ने कहा कि वर्ष 2022 में कांग्रेस प्रदेश में अच्छी, सक्षम और जन कल्याणकारी सरकार देगी। इसी कामना को लेकर भगवान बदरीनाथ से भी मनौति मांगी है। पूर्व कैबिनेट मंत्री यशपाल आर्य ने कहा कि देवस्थान बोर्ड बनाकर सरकार ने तीर्थपुरोहितों और हक-हकूकधारियों की भावनाओं के साथ खिलवाड़ किया है। देवस्थान बोर्ड को तत्काल भंग किया जाना चाहिए। उन्होंने तीर्थपुरोहितों को एकजुट होकर कांग्रेस को सहयोग करने का आह्वान किया। तीर्थ पुरोहित अशोक टोडरिया, गुणानंद कोटियाल, गौरव पंचभैया और जयदीप मेहता ने पूर्व सीएम हरीश रावत से देवस्थानम बोर्ड भंग करने और बदरीनाथ में मास्टर प्लान के तहत स्थानीय लोगों के पुनर्वास की मांग उठाई। करीब एक घंटे तक बदरीनाथ में रहने के बाद वह दोपहर में 12 बजे हेलीकॉप्टर से देहरादून के लिए रवाना हुए।

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