तीस वर्ष के बाद अपनी देवरा यात्रा पर निकली नौज्युला की मां चंडिका - Pahadvasi

तीस वर्ष के बाद अपनी देवरा यात्रा पर निकली नौज्युला की मां चंडिका

 

तीस वर्ष के बाद अपनी देवरा यात्रा पर निकली नौज्युला की मां चंडिका

स्यूंपुरी में किया रात्रि प्रवास, घर-घर पूछी भक्तों की कुशलक्षेम

ग्रामीणों ने पूजा-अर्चना व दर्शन कर मांगा आशीर्वाद

रूद्रप्रयाग/देहरादून,पहाड़वासी। तीस वर्ष के बाद रूद्रप्रयाग जनपद के पट्टी तल्लानगपुर से नौज्यूला की आराध्य मां चंडिका नारी देवी अपनी देवरा यात्रा में गांवों का भ्र्मण कर ध्या​णियों एवं भक्तों को सुख-समृद्धि का आशीर्वाद दे रही है। मां भगवती, सात माह की देवरा यात्रा में चारों दिशाओं के गांवों का भ्रमण करते हुए अपनी ध्या​णियों एवं भक्तजनों के घर-घर पहुंचकर उन्हें आशीर्वाद देगी। इससे पहले मां भगवती घर देवरा के अंतर्गत नौज्यूला भ्रमण पर है।

घर देवरा भ्रमण के तहत स्यूंपुरी गांव में ग्रामीणों ने मां भगवती का भव्य स्वागत किया। ग्राम प्रधान श्रीमती बीना बर्त्वाल ने अपने घर पर संपूर्ण ग्राम पंचायत की तरफ से मां भगवती को भेंट अर्पित की। साथ ही देवरा यात्रा में शामिल श्रद्धालुओं को जलपान कराया। उन्हीं के घर पर मां भगवती की देवरा यात्रा ने रात्रि प्रवास किया। इस दौरान मां भगवती चंडिका देवी को लोगों द्वारा अर्घ्य लगाया गया । इस मौके पर बासी एवं ढोल-दमाऊं की थाप पर एरवाल द्वारा देवी के अलग-अलग अनेक नृत्य किए गए । इस के उपरांत मां भगवती चंडिका देवी को रात्रि प्रवास के लिए विराजमान किया गया। जहां पर सभी धार्मिक परंपराओं का निर्वहन करते हुए मां चंडिका नारी देवी की सांयकालीन आरती उतारी गई। इसके बाद विद्या पाठ अन्य विशेष पूजा-अर्चना की गई। इसके उपरांत देवी को खीर का भोग लगाया गया, जिसके बाद मां भगवती ने शयन किया।

अगली सुबह पुजारी द्वारा देवी का आह्वान कर उन्हें जागृत किया गया। इसके बाद पूजा-अर्चना, श्रृंगार के साथ हवन किया गया और आरती की गई। तदोपरान्त मां भगवती चंडिका ने स्यूंपुरी गांव में घर-घर जाकर ध्या​णियों एवं भक्तों की कुशलक्षेम पूछी और उन्हें आशीर्वाद दिया। देवरा यात्रा में मां देवी के साथ उनके क्षेत्रपाल, एरवाल व अन्य देवी-देवताओं के निशाण भी साथ चल रहे हैं।

इस मौके पर नौज्यूला मन्दिर समिति के अध्यक्ष दीक्षराज रावत, प्रद्युमन सिंह बर्त्वाल, सतेन्द्र बर्त्वाल, नरेन्द्र बर्त्वाल, बलवंत सिंह बर्त्वाल, नरेन्द्र सिंह बर्त्वाल, सतेंद्र पाल सिंह बर्त्वाल,जयकृत सिंह बिष्ट, नरेंद्र बर्त्वाल, कुलदीप सिंह बर्त्वाल, सुरेन्द्र बर्त्वाल, राजेंद्र बर्त्वाल, दलवीर सिंह बर्त्वाल, विनोद बर्त्वाल ,कुलदीप बर्त्वाल सहित अन्य देवी भक्त मौजूद थे।