सरहद से अनहद पुस्तक का किया विमोचन

 

सरहद से अनहद पुस्तक का किया विमोचन

पहाड़वासी

देहरादून। बलबीर सिंह राणा द्वारा लिखी गई पुस्तक सरहद से अनहद का रविवार को धाद के बैनर तले मालदेवता स्थित स्मृति वन में विमोचन किया गया। इस मौके पर राणा ने अपनी कविता चैन की नींद वतन सोता है जिन वीरों के पहरे में, का पाठ भी किया। कार्यक्रम में 14 गढ़वाल राइफल के उनके साथी मौजूद रहे।

साहित्यकार डा. नंद किशोर हटवाल ने पुस्तक की समीक्षा करते हुए कहा कि बलबीर राणा बहुत संवेदनशील कवि हैं। जो अनुशासित सैन्य जीवन के बावजूद समाज की विसंगतियों को भी दृढृता के साथ अपनी कविताओं में बयां कर रहे हैं। भाषाविद् रमाकांत बेंजवाल ने कहा कि राणा की कविताएं जीवन के बहुत करीब हैं। मुख्य अतिथि पद्मश्री जागर गायिका बसंती बिष्ट ने राणा को महिलाओं के जीवन पर भी कविताएं लिखने के लिए प्रेरित किया। कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए धाद के केंद्रीय अध्यक्ष लोकेश नवानी ने बलबीर राणा की कई कविताओं का जिक्र किया। इस दौरान साहित्यकार शूरवीर रावत, कैप्टन धर्मेंद्र राणा, कैप्टन केदार सिंह, कैप्टन रामप्रसाद पुरोहित, कलम मियां, महिपाल सिंह कठैत, कलम सिंह राणा, सरोजिनी देवी, अंजना कंडवाल, रक्षा बौड़ाई, मनोज भट्ट, दर्द गढ़वाली, पुष्पलता ममगाईं, बीना कंडारी आदि मौजूद थे। कार्यक्रम का संचालन शान्ति प्रकाश जिज्ञासू ने किया।

Website | + posts