खराब मौसम के चलते केदारनाथ के पंजीकरण पर 24 मई तक लगी रोक

 

खराब मौसम के चलते केदारनाथ के पंजीकरण पर 24 मई तक लगी रोक

नीलकंठ पर्वत पर एवंलांच, एनडीआरएफ अलर्ट

देहरादून,पहाड़वासी। उत्तराखण्ड में मौसम की आंख मिचोली जारी है। गर्मियों के मौसम में भी पहाड़ों पर मौसम अपना कहर बरपा रहा है। मौसम विभाग ने फिर अगले कुछ दिनांे तक पहाड़ी क्षेत्रों में खराब मौसम रहने का अनुमान लगाया है।

मौसम विभाग ने उत्तराखंड के पहाड़ी इलाकों में अगले कुछ दिनों तक मौसम खराब रहने का पूर्वानुमान जताया है। वहीं, केदारनाथ में भी यात्रा शुरू होने से अब तक बर्फबारी जारी है। जिसके चलते केदारनाथ यात्रा के लिए पंजीकरण पर 15 मई तक लगी रोक को 24 मई तक बढ़ा दिया गया है।

जानकारी के अनुसार, 24 तक नए पंजीकरण पर रोक रहेगी लेकिन जो यात्री पहले पंजीकरण कर चुके हैं, वे यात्रा कर सकेंगे। बता दें कि 25 अप्रैल से अभी तक धाम में कुल 2,89,149 श्रद्धालु दर्शन कर चुके हैं। सोमवार सुबह से केदारधाम में मौसम साफ था लेकिन दोपहर बाद अचानक मौसम में बड़ा बदलाव आया और जोरदार बर्फबारी शुरू हो गई जिसके कारण धाम में मौजूद श्रद्धालुओं को भारी परेशानियों का सामना करना पड़ा। लगातार हो रही बारिश और बर्फबारी के कारण पैदल मार्ग से जाने वाले यात्रियों को भारी मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा है, वहीं धाम में आवश्यकता की सामग्री पहुंचाना भी संभव नहीं हो पा रहा है। धाम में रहने खाने की व्यवस्थाएं बनाए रखने के लिये भी प्रशासन को कड़ी मशक्कत करनी पड़ रही है।

पहाड़ों पर लगातार हो रही बर्फबारी के कारण एंवलांच के खतरे भी बढ़ गए हैं। चमोली के नीलकंठ पर्वत में एक और एंवलांच की तस्वीर सामने आई है जिसमें पहाड़ से भारी मात्रा में बर्फ की नदी तूफानी गति से नीचे आती दिख रही है। उल्लेखनीय है कि यह घटना बद्रीनाथ से 20-25 किलोमीटर दूर की है जहां धाम जाने वाले यात्री भी जाते हैं। एनडीआरएफ की टीम इस पर नजर बनाए हुए हैं। उधर हेमकुंड साहिब की यात्रा भी 20 मई से शुरू होने जा रही है लेकिन यहां 7से 8 फीट बर्फ जमी हुई है। रास्ता खोलने का काम मशीनों से जारी है लेकिन हर रोज बर्फबारी के कारण हालात जस के तस बने हुए हैं। भले ही अब तक खराब मौसम का इतना प्रभाव यात्रा पर न पड़ा हो लेकिन हालात यही रहे तो आगे मुश्किलें और बढ़ेंगी।

Website |  + posts

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *