तीर्थ पुरोहितों ने मांग पूरी न होने पर उग्र आंदोलन की चेतावनी दी
पहाड़वासी
उत्तरकाशी। देवस्थानम बोर्ड को भंग करने की मांग को लेकर आंदोलित गंगोत्री और यमुनोत्री धाम के तीर्थ पुरोहितों की मांग पर एक माह का समय पूर्ण होने तथा क्रमिक अनशन को 10 दिन पूर्ण होने के बाद भी सरकार ने कोई सुनवाई नहीं की। जिस पर दोनों धामों के तीर्थ पुरोहितों ने कड़ी नाराजगी व्यक्त की और सरकार के विरूद्ध प्रदर्शन कर शनिवार को भी आंदोलन जारी रखा। वहीं तीर्थ पुरोहितों ने मांग पूरी न होने पर उग्र आंदोलन की चेतावनी दी। देवस्थानम बोर्ड भंग करने की मांग को लेकर गंगोत्री और यमुनोत्री धाम के तीर्थ पुरोहित गत 11 जून से निरंतर विरोध प्रदर्शन करते आ रहे हैं। वहीं गत दस दिन से क्रमिक अनशान पर बैठे हैं।
शनिवार को आंदोलन के 30 वें तथा क्रमिक अनशन के 10 दिन गंगोत्री धाम के तीर्थ पुरोहितों ने गंगोत्री धाम में गंगा की विशेष पूजा अर्चना के बाद सरकार के विरूद्ध जमकर प्रदर्शन किया और नव नियुक्त सीएम पुष्कर धामी से देवस्थानम बोर्ड समाप्त करने की मांग की। जबकि दूसरी ओर यमुनोत्री धाम के तीर्थ पुरोहितों ने मां यमुना के शीतकालीन प्रवास खरसाली के यमुना मंदिर में बैठकर सरकार के विरुद्ध जमकर प्रदर्शन किया। इस मौके पर तीर्थ पुरोहितों ने कहा कि वे सरकार देवस्थानम बोर्ड पर विचार न कर तीर्थ पुरोहितों के साथ अन्याय कर रही है।
उन्होंने जनपद भ्रमण पर आये भाजयुमो के प्रदेश अध्यक्ष कुंदन लटवाल को भी अपने हक हकूकों को लेकर अवगत कराया। जिस पर लटवाल ने तीर्थ पुरोहितों को शीघ्र सीएम से वार्ता करने का आश्वासन दिया। कहा कि यदि सरकार द्वारा देवस्थानम बोर्ड को भंग करने के लिए कोई सकारात्मक कार्यवाही नहीं की गई तो वह आगे उग्र आंदोलन करने को मजबूर होंगे। जिसका खामियाजा सरकार को आने वाले चुनावों में भुगतना पड़ेगा। इस मौके पर गंगोत्री धाम में पंडित राकेश सेमवाल, ज्योति शरण सेमवाल, सत्येंद्र सेमवाल, अंबरीश सेमवाल, कामेश्वर सेमवाल, मद्राचल सेमवाल नरेश सेमवाल, राजीव सेमवाल, दिनेश सेमवाल, द्वारिका सेमवाल, नीरज सेमवाल, मनु सेमवाल, विमल सेमवाल आदि मौजूद रहे। वहीं पुरोहित महासभा के अध्यक्ष पुरुषोत्तम उनियाल, सचिव लखन उनियाल,बागेश्वर उनियाल, गजेंद्र उनियाल, मुरलीधर उनियाल, मथुरा प्रसाद उनियाल, मदन मोहन शास्त्री, प्रदीप,प्रवीण उनियाल राकेश उनियाल आदि पुरोहित गण उपस्थित रहे।