दस दिवसीय डेयरी फार्मिंग प्रशिक्षण शिविर का समापन

25 प्रतिभागियो ने पास की आरसेटी की मुल्यांकन परीक्षा

रुद्रप्रयाग/देहरादून। भारतीय स्टेट बैंक ग्रामीण स्वरोजगार प्रशिक्षण संस्थान की ओर से विकासखंड अगस्त्यमुनि के कोठगी गांव में आयोजित दस दिवसरीय डेयरी फार्मिग प्रशिक्षण शिविर का समापन हो गया है। 20 जनवरी से आयोजित शिविर में 26 ग्रामीण महिलाओं ने प्रतिभाग किया। इस दौरान महिलाओ को डेयरी फार्मिग व बर्मी कंपोस्ट बनाने सहित जैविक खेती का प्रशिक्षण दिया गया।

आरसेटी के निदेशक किशन सिहं रावत ने बताया कि डेयरी व्यवसाय पहाड की भौगोलिक परिस्थिति के हिसाब से उन्नत व्यसाय है। उन्होने कहा कि बाजार में दुध व दुध से बने उत्पादो की काफी मांग है। पहाड़ों की अधिकाश मातृशक्ति पशुपालन और कृषि कार्य से जूडी है। लेकिन आज भी अधिकाश पौराणिक तरीको से ही कार्य कर रही है। प्रशिक्षण में महिलाओ को पशुपालन से उन्नत लाभ प्राप्त के साथ ही पशु नश्ल सुधार दुग्ध व्यवसाय व बर्मी कंपोस्ट की जानकारी दी गई। उन्होने महिलाओं को बैंकिग, डिजिटल बैंकिग, वितीय साक्षरता की जानकारी दी। कार्यक्रम के दौरान आरसेटी की मुल्यांकन परीक्षा आयोजित की गई। जिसमें 25 प्रतिभागियों ने सफलता हासिल की। इस दौरान आरसेटी के पूर्व निदेशक विनोद गुप्ता, संकाय सदस्य वीरेन्द्र बर्त्वाल, मास्टर ट्रेनर राकेश बिष्ट, संदीप पाण्डेय, सोनाली देवी, अनीता, दिक्कु देवी, सविता देवी, सुनीता देवी सहित अन्य मौजूद थे।

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