देवस्थानम बोर्ड बनाने से कौन सा क्रांतिकारी परिवर्तन हो गयाः हरीश
पहाड़वासी
देहरादून। पूर्व मुख्यमंत्री व कांग्रेस के राष्ट्रीय महासचिव हरीश रावत ने देवस्थानम बोर्ड को लेकर सवाल खड़े करते हुए कहा कि भाजपा की सरकार पिछले दो साल से राज्य के लोगों को यह नहीं समझा पाई कि बोर्ड के माध्यम से मंदिरों की व्यवस्था में किस तरह का सुधार आएगा। और प्रदेश को इससे क्या फायदा होगा।
हरदा ने कहा कि अभी तक मैं यह नहीं समझ पाया हूं? कि देवस्थानम बोर्ड बनने से कौन सा क्रांतिकारी परिवर्तन चारधाम यात्रा में आया है? सिर्फ आय के लिए पुरानी पंरपरा को बदला गया है तो वह न्याय संगत नहीं है। त्रिवेंद्र रावत के कार्यकाल में देवस्थानम बोर्ड का गठन किया गया था। जिसे लेकर पुरोहितों व अन्य लोगों ने भी विरोध किया। मामला हाई कोर्ट तक पहुंचा। अभी भी बोर्ड को लेकर विवाद जारी है।