मुन्दोली में योग की अलौकिक सुबह: नौ वर्षीय जानवी ने किया योग का सफल नेतृत्व

चमोली। हिमालय की गोद में बसा शांत और सुरम्य गाँव मुन्दोली, देवाल, चमोली, 21 जून 2025 को 11वें अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस पर एक अनुपम दृश्य का साक्षी बना। मुन्दोली राइडर्स क्लब (Mundoli Rders Club) ने अपने कार्यालय की छत पर एक विशेष योग सत्र का आयोजन किया, जिसमें गाँव के 50 से अधिक निवासियों ने उत्साहपूर्वक भाग लिया। इस आयोजन की सबसे खास बात यह थी कि योग सत्र का कुशल संचालन मात्र नौ वर्ष की नन्ही योग गुरु जानवी ने किया, जिसने अपनी प्रतिभा और समर्पण से सभी को मंत्रमुग्ध कर दिया।
सुबह की ताज़गी और पहाड़ों की ठंडी हवा के बीच, मुन्दोली राइडर्स क्लब के संस्थापक श्री कलम सिंह बिष्ट की गरिमामयी उपस्थिति में योग सत्र का आगाज़ हुआ। क्लब के सदस्य और गाँव के बुजुर्ग, युवा और बच्चे, सभी ने मिलकर योगाभ्यास किया। इस समूह में कमला देवी, अंशु देवी, भारती देवी, कलावती, अंजू, कोमल, लक्षित, गोलू, रोहन, साहिल, आदि जैसे अनेक ग्रामीण शामिल थे, जिन्होंने योग के महत्व को समझा और इसका लाभ उठाया।
नौ वर्षीय जानवी: एक प्रेरणादायक योग गुरु
जान्हवी, अपनी छोटी सी उम्र में योग के प्रति गहरी समझ और अभ्यास से सभी के लिए एक बड़ी प्रेरणा बनी। उसने बड़ी सहजता और स्पष्टता के साथ विभिन्न योगासनों का प्रदर्शन किया और उपस्थित सभी लोगों को सही मुद्रा में आसन करने का मार्गदर्शन दिया। उसकी मधुर वाणी और आत्मविश्वास ने प्रतिभागियों को योग के गहरे अर्थों से जोड़ा। जान्हवी ने प्राणायाम से लेकर विभिन्न आसनों तक, सभी को धैर्यपूर्वक सिखाया। उसके चेहरे पर योग की शांति और आनंद स्पष्ट झलक रहा था, जो दर्शकों को भी सकारात्मक ऊर्जा से भर रहा था। उपस्थित ग्रामीणों ने जान्हवी के इस अद्भुत प्रदर्शन की खूब सराहना की और उसे भविष्य के लिए शुभकामनाएं दीं। यह देखकर सभी को लगा कि योग की शिक्षा और संस्कृति नई पीढ़ी में भी गहरी जड़ें जमा रही है।
क्लब संस्थापक कलम सिंह बिष्ट के विचार: योग, स्वास्थ्य और जीवन का आधार
कार्यक्रम के समापन पर, मुन्दोली राइडर्स क्लब के संस्थापक श्री कलम सिंह बिष्ट (KALAM SNGH BSHT)ने सभी प्रतिभागियों को बधाई दी और योग के महत्व पर अपने विचार साझा किए। उन्होंने कहा, “आज हम 11वें अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस पर मुन्दोली में एक साथ आए हैं, और यह देखकर मुझे बेहद खुशी हो रही है कि हमारे गाँव के लोग योग के प्रति इतने जागरूक हैं। विशेष रूप से, हमारी नन्ही योग गुरु जानवी ने जिस तरह से इस पूरे सत्र का नेतृत्व किया, वह अविश्वसनीय है। यह दर्शाता है कि हमारे बच्चे भी हमारे प्राचीन ज्ञान और परंपराओं को कितनी खूबसूरती से आगे बढ़ा रहे हैं।”
श्री बिष्ट ने योग के विभिन्न लाभों पर विस्तार से प्रकाश डाला। उन्होंने कहा, “योग केवल शारीरिक व्यायाम नहीं है; यह मन, शरीर और आत्मा के बीच सामंजस्य स्थापित करने का एक प्राचीन विज्ञान है। आधुनिक जीवनशैली में, जहाँ तनाव और बीमारियाँ बढ़ती जा रही हैं, योग एक औषधि के समान है।”
उन्होंने योग के मुख्य लाभों को रेखांकित करते हुए बताया:
शारीरिक स्वास्थ्य: “योग मांसपेशियों को मजबूत करता है, लचीलापन बढ़ाता है, और शरीर को रोगों से लड़ने की शक्ति देता है। नियमित अभ्यास से पाचन तंत्र सुधरता है, रक्तचाप नियंत्रित रहता है, और हृदय स्वस्थ रहता है।”
मानसिक शांति: “योग हमें तनाव और चिंता से मुक्ति दिलाता है। प्राणायाम और ध्यान के माध्यम से, हम अपने मन को शांत कर सकते हैं, एकाग्रता बढ़ा सकते हैं और मानसिक स्पष्टता प्राप्त कर सकते हैं।”
भावनात्मक संतुलन: “योग हमें अपनी भावनाओं को बेहतर ढंग से समझने और नियंत्रित करने में मदद करता है। यह धैर्य, करुणा और संतोष जैसे गुणों को विकसित करता है।”
आध्यात्मिक विकास: “योग आत्मा को परमात्मा से जोड़ने का एक मार्ग है। यह हमें अपने भीतर की शांति और आनंद का अनुभव कराता है।”
रोगों से बचाव: “कई बीमारियों जैसे मधुमेह, गठिया, अस्थमा और अवसाद में योग अत्यंत लाभकारी सिद्ध हुआ है। यह हमारी रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाता है।”
श्री बिष्ट ने ग्रामीणों से अपील की कि वे योग को अपने दैनिक जीवन का अभिन्न अंग बनाएँ। उन्होंने कहा, “योग हमें न केवल शारीरिक रूप से स्वस्थ बनाता है, बल्कि हमें मानसिक और आध्यात्मिक रूप से भी सशक्त करता है। यह हमें एक सकारात्मक दृष्टिकोण देता है और हमें जीवन की चुनौतियों का सामना करने के लिए तैयार करता है।” उन्होंने मुन्दोली राइडर्स क्लब की ओर से भविष्य में भी ऐसे आयोजनों को जारी रखने का संकल्प लिया ताकि गाँव में स्वास्थ्य और कल्याण की भावना को बढ़ावा दिया जा सके।
एक सफल आयोजन: स्वास्थ्य और सामुदायिक भावना का प्रतीक
मुन्दोली राइडर्स क्लब द्वारा आयोजित यह योग सत्र न केवल अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस का एक सफल उत्सव था, बल्कि यह मुन्दोली गाँव में सामुदायिक भावना और स्वास्थ्य के प्रति जागरूकता का भी प्रतीक था। नौ वर्षीय जानवी जैसी छोटी बच्ची का एक सफल योग गुरु के रूप में उभरना और श्री कलम सिंह बिष्ट जैसे दूरदर्शी संस्थापक का मार्गदर्शन, इस बात का प्रमाण है कि योग का संदेश हर पीढ़ी और हर व्यक्ति तक पहुँच रहा है। इस आयोजन ने मुन्दोली में एक स्वस्थ और सुखी जीवन की दिशा में एक और महत्वपूर्ण कदम रखा। गाँव के लोगों ने इस पहल का गर्मजोशी से स्वागत किया और भविष्य में भी ऐसे आयोजनों में भाग लेने की इच्छा व्यक्त की। यह योग दिवस मुन्दोली  के इतिहास में एक यादगार दिन बन गया।
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